• Wed. May 14th, 2025

Network10 Live

Uttarakhand News Portal

बाबा केदार के दर्शन को श्रद्धालुओं में उत्साह, दो दिनों में 55 हजार से अधिक यात्री पहुंचे  

Share this

 

बाबा केदार के दर्शन को श्रद्धालुओं में उत्साह, दो दिनों में 55 हजार से अधिक यात्री पहुंचे

देहरादून। सुप्रसिद्ध केदारनाथ यात्रा इस वर्ष नया रिकॉर्ड बनाने वाली है। दो दिनों में ही 55 हजार 374 श्रद्धालु केदारनाथ दर्शन को पहुंच चुके हैं। आज शनिवार को 25 हजार 220 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए जबकि शुक्रवार को यात्रा का श्रीगणेश होने पर 30 हजार 154 यात्री केदार धाम पहुंचे थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार ने सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुविधाजनक यात्रा की व्यापक तैयारियां की हैं। बेहतर यात्रा प्रबंधन को लेकर तीर्थयात्रियों में भारी उत्साह है। यात्रियों ने उत्तराखंड सरकार की सराहना की है।

बता दें कि 30 अप्रैल को यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का आगाज हो गया था। दो मई को केदार धाम के कपाट भी भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए गए। रविवार चार मई को बदरीनाथ धाम के कपाट भी आम श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे। केदारनाथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। यहां भक्तों का रैला उमड़ रहा है। इसे देखते हुए आगामी दिनों में यहां श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि होने का अनुमान है। भीड़ प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने के लिए इस वर्ष पहली बार दर्शन के लिए टोकन व्यवस्था शुरू की गई है ताकि हर यात्री सुगमता से दर्शन कर सके। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी जरूरी प्रबंध किए गए हैं।
केदारपुरी में बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अब फ्री वाईफाई की सुविधा उपलब्ध होगी। शनिवार को इसका सफल ट्रायल होने के बाद यह सुविधा श्रद्धालुओं को समर्पित कर दी गई है। श्रद्धालुओं ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए सरकार और जिला प्रशासन के प्रति आभार प्रकट किया है।

*कोट—-*
सुरक्षित यात्रा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। भगवान बाबा केदार की यात्रा सबसे कठिन यात्रा है। यहां श्रद्धालुओं की सुविधा पर विशेष ध्यान दिया गया है। पैदल यात्रा मार्ग को बेहतर बनाया गया है। श्रद्धालुओं को त्वरित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो, इसके लिए स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के साथ ही विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की गई है। रुद्रप्रयाग जिला आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील है, लिहाजा जनपद में एक अलग मोबाइल नेटवर्क स्थापित किया गया है।
*-पुष्कर सिंह धामी*
*मुख्यमंत्री, उत्तराखंड*

Share this

By admin

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री से ऋषिकेश स्थित त्रिवेणी घाट से नीलकंठ महादेव मंदिर तक रोपवे विकास के प्रस्ताव को राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक में स्वीकृत करने का अनुरोध किया।
लिव-इन रिलेशनशिप का पंजीकरण अनिवार्य कर महिलाओं और बच्चों को कानूनी संरक्षण देने का कार्य किया गया है : धामी  
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय सीमाओं से लगे राज्य के सभी क्षेत्रों में सुरक्षा की दृष्टि से पुख्ता इंतजाम किए जाएं, सीमांत क्षेत्रों में होने वाली संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाए  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *