भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने जनता द्वारा विकास और विरासत को चुनने, मातृ शक्ति का एकतरफा आशीर्वाद मिलने और प्रवासियों को मतदान के लिए प्रेरित करने में हासिल सफलता को 23 नवम्बर की रिकॉर्ड जीत का आधार बताया है  

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भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने जनता द्वारा विकास और विरासत को चुनने, मातृ शक्ति का एकतरफा आशीर्वाद मिलने और प्रवासियों को मतदान के लिए प्रेरित करने में हासिल सफलता को 23 नवम्बर की रिकॉर्ड जीत का आधार बताया है

 

 

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने जनता द्वारा विकास और विरासत को चुनने, मातृ शक्ति का एकतरफा आशीर्वाद मिलने और प्रवासियों को मतदान के लिए प्रेरित करने में हासिल सफलता को 23 नवम्बर की रिकॉर्ड जीत का आधार बताया है। उन्होंने केदारनाथ उपचुनाव को लेकर अथक मेहनत के लिए कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया है।

पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं ने केदारनाथ उपचुनाव में बहुत कर्मठता एवं सम्पूर्ण क्षमता से कार्य किया है। अब तक की जो भी जानकारी वहां के सभी बूथों से प्राप्त हो रही हैं, उससे हमारी मातृ शक्ति प्रत्याशी का रिकॉर्ड मतों से जीतना निश्चित हो गया है। क्योंकि वहां प्रत्येक व्यक्ति मोदी और धामी जी की डबल इंजन सरकार के ऐतिहासिक विकास कार्यों से बेहद खुश नजर आया। यही प्रमुख वजह है कि उसने 2019 से लेकर अब तक के लोकसभा विधानसभा चुनावों में कमल खिलाने का सिलसिला बरकरार रखने के लिए अपना मत दिया है। जिस तरह मातृ शक्ति मतदान के दौरान कतारबद्ध होकर बड़ी संख्या में नजर आया, वह हमारी उम्मीदवार आशा जी की रिकॉर्ड जीत का संकेत था। वहीं धामी सरकार ने कठोरतम नकल कानून लागू कर रिकॉर्ड 19 हजार नियुक्तियां की, उससे युवाओं ने भाजपा के प्रति मतदान में अच्छा खासा जोश दिखाई दिया।

उन्होंने बताया कि पार्टी द्वारा उपचुनाव में कम मतदान प्रतिशत की परम्परा को समाप्त करने के लिए, जो प्रवासी कार्यक्रम किए गए। उसका बड़ा असर देखने को मिला और 1700 से अधिक पार्टी समर्थक एवं अन्य प्रवासी मतदाताओं ने केदारनाथ पहुंचकर लोकतंत्र के पर्व में भागेदारी की। कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि केदारनाथ चुनाव के नतीजे सामने आयेंगे तो भाजपा यहां अपने सार्वकालिक रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज करेगी । साथ यह परिणाम राजनीति के नकारात्मक मुद्दों पर सकारात्मक मुद्दों की जीत के रूप में भी देखी जाने वाला है। देवभूमि के विकास, सनातनी संस्कृति एवं स्वरूप, यात्रा और स्थानीय लोगों की अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता के खिलाफ जो लोग झूठ, भ्रम और अफवाह फैलाते हैं, ये परिणाम उनको ज़बाब देने वाला है।

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